महिलाओं के लिए संचालित स्वयं सहायता समूह की जानकारी तो होगा ही नया स्वयं सहायता समूह कैसे बनाएं? स्वयं सहायता समूह कैसे बनता है? इसे जानने के लिए स्वयं सहायता समूह की निर्माण प्रक्रिया को अच्छे से समझें।

ग्रामीण क्षेत्रों में इसके माध्यम से महिलाओं को आर्थिक और बचत करने की शिक्षा तथा रोजगार निर्माण करने के लिए पूरी तरह से लोन की भी सहायता करता है तथा स्वयं सहायता समूह की मदद से महिलाओं को नौकरियां भी प्रदान किया जाता है। स्वयं सहायता समूह की संचालन राष्ट्रीय आजीविका मिशन के द्वारा किया जाता है। जो ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक स्थिति को सुधारने तथा आजीविका संबंधी होनेवाले परेशानियों को सुधारने की प्रयासरत होते हैं। आइए जानें की स्वयं सहायता समूह कैसे बनाएं? नई स्वयं सहायता समूह कैसे बनता है?
नई स्वयं सहायता समूह कैसे बनाएं?
2023 में स्वयं सहायता समूह को बनाने के लिए सबसे पहले आप यह सुनिश्चित कर लें की ग्रामीण क्षेत्र में कम से कम 10 से 12 महिलाओं की सहमति होना आवश्यक है। जिस भी ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूह पहले से संचालित है तो कई समूहों को चलाने के लिए और उनका ध्यान रखने के लिए समूह सखी बनाया जाता है। नई स्वयं सहायता समूह को बनाने के लिए समूह सखी से मिलकर बनाया जा सकता है। वे आगे की प्रक्रिया को पूरी करती है जैसे की ब्लॉक जाकर एनआरएलएम पदाधिकारी से नई स्वयं सहायता समूह की रजिस्ट्रेशन कराती हैं जिसके बाद एक नई स्वयं सहायता समूह की गठन हो जाती है।
इसके अलावा आप ऑनलाइन आवेदन के जरिए भी स्वयं सहायता समूह की निर्माण कर सकते हैं इसके लिए निम्नलिखित बातों का पालन करना होगा।
- स्वयं सहायता समूह बनाने के लिए सरकार की आधिकारिक वेबसाइट kviconline.gov.in पर जाकर रजिस्टर्ड करने की आवश्यकता होगी।
- स्वयं सहायता समूह की साइट पर अपनी ग्राम, क्षेत्र, पिन कोड इत्यादि जानकारी भरेंगे।
- इसके बाद समूह के लिए इच्छित महिला की विवरण भरने के बाद सबमिट करें।
- फॉर्म भरने के बाद स्वयं सहायता समूह की वरीय पदाधिकारी आपके क्षेत्र की जांच करेंगे उसके बाद स्वयं सहायता समूह के नाम तथा इसे संचालित करने के लिए अन्य सदस्यों की भी रजिस्ट्रेशन किया जाता है।
- निम्न प्रक्रिया के बाद स्वयं सहायता समूह को ग्राम संगठन के साथ जोड़कर बाकी लाभों को मुहैया कराया जाता है।
स्वयं सहायता समूह बनाने के लिए जरूरी दस्तावेज
स्वयं सहायता समूह कैसे बनाएं? स्वयं सहायता समूह को बनाने के उपरांत उनकी सदस्यता लेने के लिए निम्न कागजात होना जरूरी है।
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- राशन कार्ड
- मोबाइल नंबर
- बैंक खाता पासबुक
निम्न दस्तावेजों की जरूरत स्वयं सहायता समूह की सदस्य बनने के लिए जरूरी होता है। स्वयं सहायता समूह कैसे बनाएं? इसकी विस्तार से जानकारी प्राप्त आगे करते हैं।
ऐसे बनती है स्वयं सहायता समूह
जिस भी ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूह नही है उस स्थिति में सरकार की तरफ से 5 महिलाओं की समूह आती हैं जिसे ICRP कि टीम कहा जाता है, ये गांव की गरीब या इच्छुक महिलाओं को चिन्हित कर उन्हे स्वयं सहायता समूह क्या है? इसकी संपूर्ण जानकारी प्रदान करती हैं। यह प्रक्रिया कई दिनों तक भी चल सकता है।
इसके बाद एक ग्राम में कम से कम 4 से 5 समूहों का निर्माण करती है जिसमें सारी प्रक्रिया के साथ जरूरी सदस्यों की भी सदस्यता प्रदान करती हैं।
अगर आपके क्षेत्र में समूह सखी नही हैं या वे इस कार्य को नही करते हैं तो इन तरीकों से खुद ही स्वयं सहायता समूह को बनाया जा सकता है।
स्वयं सहायता समूह बनाने के लिए जरूरी शर्तें
स्वयं सहायता समूह बनाने के लिए सबसे पहले अपने समुदाई या आसपास की महिलाओं को स्वयं सहायता समूह की सदस्य बनने के लिए राजी करना होगा इसके बाद स्वयं सहायता समूह बनाने के लिए समूह सखी से संपर्क कर नए समूह की रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके अलावा समूह बनवाने के लिए सीधे ब्लॉक जाकर NRLM कि सदस्यों से संपर्क करना होगा।
- स्वयं सहायता समूह बनाने के लिए कम से कम 10 दीदियों का उपस्थिति होना चाहिए।
- स्वयं सहायता समूह को चलाने के लिए 3 पढ़े लिखे सदस्यों की जरूरत होगी जिसमें से अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष, सचिव बनानी होती है।
- पदाधिकारी दीदियों के लिए 3 फोटो लगेंगे और बाकी की सदस्यों को कुल 2 फोटो लेनी होगी जिसमें आधार कार्ड और बैंक पासबुक की फोटो कॉपी लेनी होगी।
- इसके बाद आप एक कॉपी या रजिस्टर पर सभी सदस्यों की नाम और हस्ताक्षर लेना होगा।
- स्वयं सहायता समूह में जुड़ने के लिए पढ़े लिखे होना जरूरी नहीं है। लेकिन पदाधिकारी दीदियों को पढ़ा लिखा आवश्यक होता है।
- इन प्रक्रिया के बाद सीधे समूह सखी या ब्लॉक जाकर अपनी स्वयं सहायता समूह की गठन करवा सकते हैं, NRLM OFFICE के द्वारा एक फॉर्म भराया जायेगा जिसमें सभी सदस्यों के नाम होते हैं। इसी फॉर्म के मदद से बैंक में खाता खुलवाया जाता है।
- स्वयं सहायता समूह की गठन होने के बाद सबसे पहले सभी सदस्यों को बैंक जाकर बैंक अकाउंट का खुलवाना होगा। बैंक में समूह की खाता खोलवाने का कार्य समूह सखी या बैंक सखी का होता है।
- उसके बाद बैंक के द्वारा मिले फॉर्म को भरना है जिसमें समूह का नाम, संगठन का दिनांक और सदस्यों के नाम के साथ उनका हस्ताक्षर लेना होगा, समूह की पदाधिकारी की हस्ताक्षर और मोहर भी लगानी होगी आपको एक स्वयं सहायता समूह के नाम से मोहर बना लेना है उसके बाद बैंक की फॉर्म पर मोहर लगाने के उपरांत बैंक जाना है और बैंक में खाता खोल दिया जाएगा।
- बैंक पासबुक मिलने के बाद आपका स्वयं सहायता समूह की एनआरएलएम की साइट रजिस्टर किया जाएगा इसके बाद स्वयं सहायता समूह की निर्माण प्रक्रिया समाप्त होती है और सरकारी योजनाओं की लाभ मिलना शुरू हो जाएगा
स्वयं सहायता समूह कैसे बनाएं? इसके बारे में आपने विस्तार से जाना की इसे बनाने के लिए किन किन बातों को ध्यान में रखना होता है साथ में यह भी जाना की स्वयं सहायता समूह बनाने के लिए कम से कम कितनी सदस्यों की आवश्यकता होती है।
निष्कर्ष: स्वयं सहायता समूह कैसे बनाएं?
स्वयं सहायता समूह कैसे बनता है? स्वयं सहायता समूह कैसे बनाएं इसकी जानकारी आपने पूरी विस्तार से प्राप्त किया, स्वयं सहायता समूह की निर्माण से जुड़े किसी भी तरह की प्रश्न है तो सीधे पूछा जा सकता है इसके अलावा किसी भी प्रकार की कोई त्रुटि हुई हो तो सुधार करने के लिए निर्देश दे सकते हैं हमें आपके मदद पा कर काफी खुशी होगा। स्वयं सहायता समूह कैसे बनाएं? जिसमें जाना की स्वयं सहायता समूह को बनाने के लिए किन किन जरूरी बातों का ध्यान रखा जाता है।
3 thoughts on “नया स्वयं सहायता समूह कैसे बनाएं? जाने क्या है पूरी प्रक्रिया 2023”